कांग्रेस सांसद और पूर्व राजनयिक शशि थरूर ने हाल ही में कोलंबिया द्वारा पाकिस्तान में मारे गए आतंकियों पर शोक व्यक्त करने को लेकर तीखी आलोचना की है। उन्होंने इसे भारत के आत्मरक्षा के अधिकार के खिलाफ बताया और कहा कि हमलावरों और रक्षकों के बीच नैतिक समानता नहीं होनी चाहिए।
शशि थरूर : “आतंकियों पर शोक क्यों?”
7 मई को भारत द्वारा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों पर की गई कार्रवाई के बाद, कोलंबिया ने पाकिस्तान में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए थरूर ने कहा कि भारत ने आत्मरक्षा में कार्रवाई की थी और हमलावरों के प्रति सहानुभूति दिखाना अनुचित है। उन्होंने कहा कि भारत का यह कदम पूरी तरह वैध था और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इसे समझना चाहिए।
पाकिस्तान की नीति पर थरूर का कड़ा रुख
थरूर ने पाकिस्तान की आतंकवाद समर्थक नीतियों की भी कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान आतंकियों को प्रशिक्षण और हथियार प्रदान करता है, लेकिन हमलों की जिम्मेदारी से इनकार करता है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर पाकिस्तान युद्ध छेड़ता है, तो उसकी सेना 4 दिन भी नहीं टिक पाएगी।
कांग्रेस का रुख: थरूर पर कोई कार्रवाई नहीं
थरूर के बयानों पर कांग्रेस पार्टी ने स्पष्ट किया कि यह उनकी व्यक्तिगत राय है और पार्टी उनके खिलाफ कोई अनुशासनात्मक कार्रवाई नहीं करेगी। पार्टी ने कहा कि वह आंतरिक मतभेदों को संवाद के माध्यम से हल करना चाहती है और नेताओं को अपनी राय रखने की स्वतंत्रता मिलनी चाहिए।