पुणे की रहने वाली 22 वर्षीय लॉ छात्रा शर्मिष्ठा पनौली को कोलकाता पुलिस ने गुरुग्राम (हरियाणा) से गिरफ्तार किया है। उस पर आरोप है कि उसने सोशल मीडिया पर एक ऐसा वीडियो साझा किया, जिससे धार्मिक भावनाएं आहत हुईं और समाज में तनाव फैलने की आशंका उत्पन्न हुई।
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के अनुसार, शर्मिष्ठा पनौली द्वारा हाल ही में इंस्टाग्राम पर एक वीडियो साझा किया गया था, जिसमें कथित तौर पर एक धर्म विशेष को लेकर आपत्तिजनक बातें कही गई थीं। वीडियो वायरल होने के बाद कई सोशल मीडिया यूज़र्स ने इस पर आपत्ति जताई और कोलकाता पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज करवाई।
शिकायत मिलने के बाद कोलकाता पुलिस की साइबर सेल ने तुरंत मामला दर्ज किया और तकनीकी विश्लेषण के आधार पर शर्मिष्ठा की लोकेशन का पता लगाया। जांच में यह सामने आया कि वह फिलहाल गुरुग्राम में रह रही थी, जिसके बाद पुलिस टीम ने हरियाणा पहुंचकर उसे गिरफ्तार कर लिया।
किन धाराओं में केस दर्ज हुआ?
पुलिस ने भारतीय दंड संहिता (IPC) की धाराओं 153A (धर्म के आधार पर वैमनस्य फैलाना), 295A (धार्मिक भावनाओं का अपमान), और आईटी एक्ट की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
पुलिस की प्रतिक्रिया
कोलकाता पुलिस के अनुसार, “शर्मिष्ठा द्वारा शेयर किया गया वीडियो समाज में शांति व्यवस्था के लिए खतरा पैदा कर सकता था। हम सोशल मीडिया पर नफरत फैलाने वाले किसी भी कंटेंट को लेकर जीरो टॉलरेंस नीति अपनाते हैं।”
फिलहाल आरोपी को कोलकाता ट्रांजिट रिमांड पर लाया जा रहा है, जहां उससे आगे की पूछताछ की जाएगी।
समाज में प्रतिक्रिया
घटना के बाद सोशल मीडिया पर भी इस गिरफ्तारी को लेकर बहस छिड़ गई है। कुछ लोग इस कार्रवाई को जरूरी मानते हैं, वहीं कुछ का कहना है कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकारों का सम्मान किया जाना चाहिए।