प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भुज क्षेत्र में विकास की नई तस्वीर उभरकर सामने आ रही है। सरकार द्वारा नवीकरणीय ऊर्जा, सड़क और बंदरगाह के क्षेत्र में किए जा रहे महत्त्वपूर्ण प्रयासों ने इस क्षेत्र को औद्योगिक और पर्यावरणीय दृष्टिकोण से एक प्रमुख केंद्र बना दिया है।
प्रधानमंत्री का सपना है कि भुज को ऊर्जा, बुनियादी ढांचे और व्यापार के क्षेत्र में आत्मनिर्भर और उन्नत बनाया जाए। इसी दिशा में सौर और पवन ऊर्जा परियोजनाएं ज़ोर पकड़ रही हैं, जो हरित ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा दे रही हैं।
सड़क संपर्क को सुदृढ़ बनाने के लिए राष्ट्रीय राजमार्गों और एक्सप्रेसवे का निर्माण तेजी से हो रहा है, जिससे औद्योगिक परिवहन और पर्यटन दोनों को लाभ मिलेगा। वहीं, भुज के निकट बंदरगाहों का आधुनिकीकरण क्षेत्रीय व्यापार को वैश्विक स्तर पर नई उड़ान देने की तैयारी कर रहा है।
यह पहल न केवल स्थानीय रोज़गार के अवसरों को बढ़ा रही है, बल्कि प्रधानमंत्री मोदी के ‘विकसित भारत’ और ‘ग्रीन इंडिया’ के संकल्प को भी मजबूत कर रही है।
भविष्य में भुज नवीकरणीय ऊर्जा और आधारभूत ढांचे का एक आदर्श मॉडल बनकर उभरेगा — ऐसा विश्वास आज देश और दुनिया को हो चला है।