नई दिल्ली:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक मंचों पर भारत की स्थिति को सशक्त रूप से प्रस्तुत करने वाले मल्टी-पार्टी डेलिगेशन से मुलाकात की। यह प्रतिनिधिमंडल भारत द्वारा किए गए “ऑपरेशन सिंदूर” के बाद विदेश यात्रा पर गया था, जहां उन्होंने दुनिया भर के नीति निर्माताओं, थिंक टैंकों और नागरिक समाज समूहों से संवाद स्थापित किया।
इस डेलिगेशन में सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि शामिल थे, जिन्होंने राष्ट्रीय हित में एकजुट होकर भारत की आवाज़ को दुनिया तक पहुंचाया। इन नेताओं ने अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, जापान और संयुक्त राष्ट्र जैसी जगहों पर जाकर भारत में हो रहे आतंकी हमलों की सच्चाई को उजागर किया और पाकिस्तान की भूमिका पर ठोस सबूतों के साथ चर्चा की।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस प्रतिनिधिमंडल की सराहना करते हुए कहा:
“यह सिर्फ एक कूटनीतिक प्रयास नहीं है, बल्कि यह भारत की सुरक्षा और संप्रभुता के लिए एकजुट राजनीतिक इच्छाशक्ति का प्रतीक है। इस तरह के प्रयास देश की वैश्विक छवि को सशक्त बनाते हैं।“
मुलाकात के दौरान डेलिगेशन ने प्रधानमंत्री को अपनी यात्राओं के दौरान मिले अनुभव, विदेशी नेताओं की प्रतिक्रियाएं और भारत के प्रति बढ़ते समर्थन की जानकारी दी। प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि किस प्रकार विदेशी मीडिया, थिंक टैंक और राजनीतिज्ञों ने भारत की बातों को गंभीरता से सुना और पाकिस्तान से जुड़ी आतंकी गतिविधियों पर चिंता जताई।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आतंकवाद आज वैश्विक समस्या है और इससे निपटने के लिए एकजुट अंतरराष्ट्रीय प्रयास की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि भारत हर मंच पर आतंकवाद के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करता रहेगा
पीएम मोदी
- पीएम मोदी ने मल्टी-पार्टी डेलिगेशन से की मुलाकात
- ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ जागरूकता अभियान
- डेलिगेशन ने 10 से अधिक देशों में भारत का पक्ष रखा
- पीएम ने इस पहल को “राष्ट्रहित में एकजुटता की मिसाल” बताया
- वैश्विक समुदाय से भारत को सकारात्मक प्रतिक्रिया