भाजपा नेता विजय शाह द्वारा सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर सोफिया अंसारी पर दिए गए विवादित बयान ने राजनीतिक हलकों में नई बहस छेड़ दी है। विपक्ष ने इस बयान को महिलाओं की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर सीधा हमला बताते हुए भाजपा पर करारा निशाना साधा है।
क्या कहा था विजय शाह ने?
हाल ही में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में विजय शाह ने कहा था,
“सोफिया अंसारी जैसे लोग हमारी संस्कृति को बिगाड़ रहे हैं। यह सिर्फ सोशल मीडिया की आज़ादी नहीं है, बल्कि समाज को गलत दिशा देने का प्रयास है।”
इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर तूफान आ गया। कई यूज़र्स और सेलिब्रिटीज़ ने विजय शाह की आलोचना की और सोफिया अंसारी के समर्थन में #ISupportSofia ट्रेंड करने लगा।
विपक्ष ने क्या कहा?
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा,
“यह बयान दर्शाता है कि भाजपा को आज़ाद सोच वाली महिलाओं से डर लगता है। वे चाहते हैं कि महिलाएं सिर्फ उनके बनाए ढांचे में फिट हों। सोफिया अंसारी पर की गई टिप्पणी अस्वीकार्य है।”
AAP सांसद संजय सिंह ने ट्वीट कर लिखा,
“भाजपा नेता तय करेंगे कि महिलाएं क्या पहनें, क्या बोलें और कैसे जिएं? यह लोकतंत्र नहीं, तालिबानी सोच है।”
समाजवादी पार्टी की नेता डिंपल यादव ने भी बयान में कहा,
“महिलाओं की स्वतंत्रता पर इस तरह की टिप्पणी भाजपा की असल सोच को उजागर करती है। हम इसे संसद में उठाएंगे और मांग करेंगे कि भाजपा इस बयान से किनारा करे।”
भाजपा की प्रतिक्रिया?
अब तक भाजपा की ओर से इस बयान पर कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं आई है। लेकिन पार्टी के कुछ अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि यह बयान व्यक्तिगत राय हो सकता है, न कि पार्टी की आधिकारिक नीति।
सोफिया अंसारी ने क्या कहा?
सोफिया अंसारी ने इंस्टाग्राम पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा,
“मैं जैसी हूं, वैसी ही रहूंगी। किसी को मेरे पहनावे या जीवनशैली से दिक्कत है तो यह उनकी सोच की समस्या है, मेरी नहीं। मैं हर उस लड़की के साथ खड़ी हूं जो समाज के तय किए हुए दायरों को तोड़कर जीना चाहती है।“