हमारी माताओं-बहनों और बेटियों ने वो समय भी देखा है, जब समाज में उन्हें कदम-कदम पर कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था।
चाहे वो शिक्षा की बात हो, नौकरी पाने की, अपनी आवाज़ उठाने की या अपने सपनों को उड़ान देने की — हर रास्ता संघर्षों से भरा था।
लेकिन आज, नारीशक्ति केवल संघर्ष नहीं करती, बल्कि समाज को नया मार्ग दिखा रही है।
बीते 11 वर्षों में भारत में महिलाओं ने जो उपलब्धियाँ हासिल की हैं, वो हर भारतीय के लिए गौरव और प्रेरणा का विषय हैं।
प्रगति के 5 आयाम जहाँ नारीशक्ति ने रचा इतिहास:
- 🏫 शिक्षा का विस्तार:
पहले जहां बेटियों को स्कूल भेजना चुनौती था, आज वे उच्च शिक्षा में रिकॉर्ड तोड़ उपलब्धियां हासिल कर रही हैं। IIT, IIM, AIIMS जैसी संस्थाओं में बेटियाँ शीर्ष स्थान पर हैं। - 💼 व्यवसाय और स्टार्टअप में अग्रणी भूमिका:
महिलाएं अब CEO से लेकर उद्यमिता में नए मानक गढ़ रही हैं। देश में 80,000 से अधिक स्टार्टअप्स में हज़ारों महिलाएं संस्थापक या CXO पदों पर हैं। - 👮♀️ सुरक्षा बलों में दमदार मौजूदगी:
सेना, पुलिस, BSF, और CRPF में महिलाएं अब केवल भाग नहीं ले रहीं, बल्कि नेतृत्व भी कर रही हैं। पहली बार लड़ाकू पायलट बनकर बेटियों ने नया कीर्तिमान रचा। - 🏛 राजनीति में भागीदारी:
पंचायती राज से लेकर संसद तक, महिलाओं की मौजूदगी और भागीदारी ने लोकतंत्र को और सशक्त किया है। हाल ही में महिला आरक्षण बिल भी ऐतिहासिक कदम है। - 🌐 डिजिटल भारत की नारीशक्ति:
डिजिटली साक्षर महिलाएं अब स्वरोजगार, ऑनलाइन शिक्षा, और ई-कॉमर्स में सक्रिय हो रही हैं। इससे ग्रामीण और पिछड़े इलाकों की महिलाएं भी आत्मनिर्भर बन रही हैं।
विकसित भारत में नारीशक्ति की भूमिका
आज भारत विकसित राष्ट्र बनने की दिशा में तेज़ी से अग्रसर है, और इस युग परिवर्तन में महिलाओं की भागीदारी सबसे महत्वपूर्ण है।
वे सिर्फ लाभार्थी नहीं, बल्कि निर्माता और भागीदार भी हैं — नीति निर्माण से लेकर ज़मीनी क्रियान्वयन तक।
💬 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कहा है:
“नारी के बिना नवयुग की कल्पना नहीं की जा सकती। भारत की नारीशक्ति ने हर क्षेत्र में देश का मान बढ़ाया है।”