दिल्ली क्राइम ब्रांच ने सीरियल किलर देवेन्द्र शर्मा के सहयोगी राजेंद्र उर्फ राजू को गिरफ्तार किया है जो 21 साल से फरार था। अब वह सीरियल किलर के बड़े राज खोलेगा।
देश में सनसनी फैलाने वाला एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक सीरियल किलर अपने शिकारों की लाशों को मगरमच्छों को खिलाकर सबूत मिटा देता था। जांच एजेंसियों के हाथ ऐसे कई सुराग लगे हैं, जो इस खौफनाक अपराधी के मनोविज्ञान और हत्या के तरीकों पर से परदा उठा सकते हैं।
अब तक की जांच में क्या सामने आया?
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, आरोपी अब तक 7 से ज्यादा लोगों की हत्या कर चुका है। ये सभी हत्याएं सुनसान इलाकों में की गईं और फिर शवों को मगरमच्छों से भरे दलदल या नदी में फेंक दिया गया। इससे पोस्टमार्टम और पहचान दोनों असंभव हो जाते थे।
किलर की मानसिकता:
प्रारंभिक मनोवैज्ञानिक रिपोर्ट्स से पता चलता है कि आरोपी में अपराध बोध नहीं था और वह खुद को “प्राकृतिक सफाईकर्मी” मानता था। मगरमच्छों को शव खिलाना उसके लिए सबूत मिटाने का सबसे आसान तरीका था।
कैसे हुआ खुलासा?
एक युवक की गुमशुदगी के बाद उसका मोबाइल लोकेशन आखिरी बार एक दलदली क्षेत्र में ट्रैक हुआ। जब पुलिस वहां पहुंची तो उन्हें कुछ इंसानी अवशेष मिले। आसपास के सीसीटीवी और मोबाइल डाटा से आरोपी की पहचान हुई।
अब आगे क्या?
पुलिस अब आरोपी से गहन पूछताछ कर रही है। सूत्रों के मुताबिक, वह कई और हत्याओं में भी शामिल हो सकता है और कुछ लाशें अभी तक बरामद नहीं हुई हैं। मगरमच्छों की आंतों की जांच के लिए वन विभाग की मदद भी ली जा रही है।
इस खौफनाक केस से जुड़ी हर नई जानकारी जनता को चौंका रही है। आने वाले दिनों में कई और राज सामने आ सकते हैं, जो देश को हिला कर रख देंगे।