प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने आधिकारिक दौरे पर साइप्रस पहुंचे, जहां उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य भारत और साइप्रस के बीच लंबे समय से चले आ रहे द्विपक्षीय संबंधों को और सशक्त बनाना है।
प्रधानमंत्री मोदी ने साइप्रस के राष्ट्रपति निकोस क्रिस्टोडूलिडेस के साथ द्विपक्षीय वार्ता की, जिसमें व्यापार, रक्षा, विज्ञान, शिक्षा, डिजिटल तकनीक, समुद्री सुरक्षा और सांस्कृतिक सहयोग जैसे कई अहम मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई। दोनों नेताओं ने इस बात पर सहमति जताई कि वैश्विक अस्थिरता के इस दौर में क्षेत्रीय और वैश्विक सहयोग पहले से कहीं ज्यादा जरूरी है।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत और साइप्रस लोकतांत्रिक मूल्यों और वैश्विक शांति के साझा विजन से बंधे हैं। उन्होंने साइप्रस में भारतीय कंपनियों के लिए निवेश के नए अवसरों पर भी चर्चा की और भारत की बढ़ती आर्थिक ताकत, स्टार्टअप इनोवेशन और डिजिटल इंडिया जैसे अभियानों की जानकारी साझा की।
इस दौरान दोनों देशों के बीच कई समझौतों पर भी हस्ताक्षर हुए, जिनमें साइबर सुरक्षा, क्लाइमेट चेंज, और टूरिज्म को बढ़ावा देने वाले एमओयू शामिल हैं। पीएम मोदी ने भारतीय समुदाय को भी संबोधित किया और उन्हें भारत की उपलब्धियों से अवगत कराया।
यह दौरा न केवल भारत-साइप्रस संबंधों को मजबूती देगा, बल्कि यूरोप और भारत के बीच रणनीतिक साझेदारी को भी नई दिशा प्रदान करेगा।