संत प्रेमानंद महाराज की जो तस्वीर हाल‑फिलहाल सोशल मीडिया पर तीव्र रूप से वायरल हुई है, वह AI (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) द्वारा निर्मित एक फर्जी इमेज है, जिसमें उन्हें अपनी कुटिया में आराम करते दिखाया गया है, और श्रीराधा रानी उनकी सेवा करती हुई, श्रीकृष्ण खिड़की से झांकते हुए भी दिखाए गए हैं|
ब्रज (वृंदावन–मथुरा) में विरोध की वजह:
- यह तस्वीर धार्मिक भावनाओं को आहत करती है और परंपराओं के अनुसार बिल्कुल अस्वीकार्य मानी गई।
- भक्तों का मानना है कि राधा‑कृष्ण की इस तरह की प्रस्तुति उनकी मर्यादा का उल्लंघन करती है ।
आश्रम की प्रतिक्रिया:
उन्होंने याद दिलाया कि अगर भविष्य में कोई भी धार्मिक रूप से संवेदनशील सामग्री बिना अनुमति प्रसारित करता है, तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी ।
श्री हित राधा केलि कुंज आश्रम ने स्पष्ट किया है कि यह तस्वीर कृत्रिम बुद्धिमत्ता का दुरुपयोग है, और ऐसी “भ्रामक एवं धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाने वाली” कल्पनाएं फैलाना पूरी तरह गलत है ।
आश्रम के संत नवल नागरी दास ने पहले ही सार्वजनिक चेतावनी जारी की थी कि संत प्रेमानंद महाराज की किसी भी तस्वीर, वीडियो या ऑडियो का बिना अनुमति प्रयोग न हो।
किसने वायरल की?
- किसने वायरल की? अभी तक स्पष्ट नहीं—आश्रम ने बताया कि वे यह पता नहीं लगा पाए कि इसे किसने या कैसे बनाया और फैलाया ।
- क्या है यह? एक AI‑जनित फर्जी तस्वीर जो सोशल मीडिया पर गलत तरीके से प्रसारित हुई।
- आश्रम ने क्या किया?
- ऐसा माहौल पैदा होने से पहले ही तस्वीर का खंडन किया;
- बिना अनुमति किसी भी संदिग्ध सामग्री का प्रयोग न करने की चेतावनी दी;
- आगे की कार्रवाई की संभावना जताई।