2 जून 2025
स्थान : चट्टेन , उत्तरी सिक्किम
विस्तार:
सिक्किम के उत्तर में भारी बारिश के कारण रविवार शाम को चट्टेन इलाके में भूस्खलन हो गया, जिसने भारतीय सेना के एक कैंप को सीधे प्रभावित किया। अचानक आई इस भूस्खलन की वजह से कैंप के अंदर मौजूद कई सैनिक और पोर्टर दब गए। इस हादसे में तीन जवानों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि छह अन्य अभी भी लापता हैं।
मृतकों के नाम:
- हवलदार लखबिंदर सिंह
- लांस नायक मनीष ठाकुर
- पोर्टर अभिषेक लाखड़ा
इन जवानों की मौत से पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई है।
घायलों की स्थिति:
चार अन्य सैनिकों को मामूली चोटें आई हैं, जिनका उपचार स्थानीय अस्पतालों में चल रहा है।
राहत एवं बचाव कार्य:
- सेना, एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) और स्थानीय प्रशासन की संयुक्त टीमें अभी भी लगातार लापता जवानों की खोज में लगी हुई हैं।
- मौसम खराब होने और भूस्खलन वाले इलाके की कठिन भौगोलिक स्थिति के कारण राहत कार्यों में बाधाएं आ रही हैं।
- भारी बारिश के चलते कई क्षेत्रों में संपर्क टूट गया था, जिससे राहत कार्य प्रभावित हुए।
पर्यटकों की स्थिति:
लाचुंग और लाचेन क्षेत्र में लगभग 1,600 पर्यटक फंसे हुए थे, जिन्हें सोमवार की सुबह सुरक्षित निकाला गया।
मौसम विभाग की चेतावनी:
भारतीय मौसम विभाग ने सिक्किम सहित पूर्वोत्तर भारत के कई इलाकों में अगले कुछ दिनों तक भारी से अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। इससे अतिरिक्त सावधानी बरतने और आपदा प्रबंधन के लिए तैयार रहने को कहा गया है।
सरकारी प्रतिक्रिया:
- राज्य सरकार ने प्रभावित क्षेत्रों में आपदा प्रबंधन को लेकर हाई अलर्ट जारी किया है।
- केंद्र सरकार भी स्थिति पर नजर बनाए हुए है और जरूरत पड़ने पर और संसाधन भेजे जाएंगे।
- प्रभावित परिवारों को तत्काल आर्थिक सहायता देने की घोषणा की गई है।
इस भूस्खलन से सिक्किम में पहाड़ी इलाकों की नाजुक स्थिति फिर से सामने आई है, जहां हर साल मानसून में भारी बारिश के कारण ऐसे हादसे होते रहते हैं। इसके मद्देनजर स्थानीय प्रशासन और सेना सतर्क हैं और आपदा प्रबंधन को बेहतर बनाने के लिए निरंतर प्रयास कर रहे हैं।