मुंबई:
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 से मुंबई इंडियंस की बाहर होने के बाद कप्तान हार्दिक पंड्या ने पहली बार सार्वजनिक रूप से अपनी चुप्पी तोड़ी और टीम की नाकामी की जिम्मेदारी खुद पर लेते हुए कहा, “मैं दोषी हूं…“। उन्होंने माना कि बतौर कप्तान और खिलाड़ी वह अपनी भूमिका के साथ पूरा न्याय नहीं कर पाए और टीम को वैसा प्रदर्शन नहीं दिला सके जैसी उनसे उम्मीद की गई थी।
कप्तान के रूप में प्रदर्शन पर उठे सवाल
हार्दिक पंड्या की कप्तानी को लेकर पूरे सीजन आलोचनाएं होती रहीं। जब उन्होंने रोहित शर्मा से कप्तानी की बागडोर संभाली थी, तब से ही फैंस और विशेषज्ञों की निगाहें उन पर थीं। हालांकि, टीम को जीत की राह पर ले जाने में वह सफल नहीं हो सके और मुंबई इंडियंस प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हो गई।
हार्दिक ने बताया कहां हुई चूक
मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में हार्दिक ने कहा:
“मैं जिम्मेदारी लेता हूं। कप्तान के तौर पर मेरा काम था टीम को एकजुट रखना, रणनीति सही बनाना और खुद भी योगदान देना। लेकिन हम कई अहम मौकों पर चूक गए, खासकर बॉलिंग और फील्डिंग में।”
उन्होंने यह भी माना कि कुछ मुकाबलों में उनके खुद के फैसले भी गलत साबित हुए, जिसका खामियाजा पूरी टीम को भुगतना पड़ा।
भविष्य को लेकर क्या कहा?
हार्दिक पंड्या ने साफ किया कि वह इस नाकामी से सीख लेकर आगे बढ़ेंगे।
“हर हार एक सीख होती है। मैं पीछे नहीं हटूंगा, बल्कि और मजबूत होकर लौटूंगा। फैंस से मिले समर्थन के लिए शुक्रगुजार हूं और मैं वादा करता हूं कि अगली बार बेहतर प्रदर्शन करेंगे।”
फैंस का मिला मिला-जुला रिस्पॉन्स
जहां कुछ फैंस हार्दिक के इस आत्ममंथन को सराहनीय बता रहे हैं, वहीं कुछ लोगों का कहना है कि कप्तानी में बदलाव एक जल्दबाजी भरा फैसला था।