आज, 29 मई 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार में एक रैली के दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनकी तृणमूल कांग्रेस (TMC) सरकार पर तीखा हमला बोला, विशेष रूप से मुर्शिदाबाद में हालिया हिंसा को लेकर।
🗣️ पीएम मोदी का ममता सरकार पर हमला
प्रधानमंत्री मोदी ने ममता बनर्जी की सरकार को “निर्ममता” (निष्ठुरता) का प्रतीक बताते हुए कहा कि मुर्शिदाबाद और मालदा में हुई सांप्रदायिक हिंसा TMC सरकार की असंवेदनशीलता और भ्रष्टाचार का प्रमाण है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में गरीबों, दलितों, आदिवासियों और महिलाओं के साथ अन्याय हो रहा है, और TMC की “स्वार्थी राजनीति” के कारण बंगाल हिंसा, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार से पीड़ित है ।
🔥 मुर्शिदाबाद हिंसा: पृष्ठभूमि
मुर्शिदाबाद जिले में 8 से 13 अप्रैल 2025 के बीच वक्फ (संशोधन) अधिनियम, 2025 के विरोध में हिंसक प्रदर्शन हुए, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई और कई घायल हुए। प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग 12 को अवरुद्ध किया, पुलिस वाहनों को आग लगा दी, और स्थानीय सांसद के कार्यालय पर हमला किया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती की गई और इंटरनेट सेवाएं अस्थायी रूप से निलंबित कर दी गईं ।
🧾 ममता बनर्जी की प्रतिक्रिया
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि मुर्शिदाबाद की हिंसा पूर्व-नियोजित थी और इसमें बाहरी तत्वों की भूमिका थी। उन्होंने BSF पर प्रदर्शनकारियों पर गोलीबारी का आरोप लगाया, जिससे हिंसा भड़की। ममता ने केंद्र सरकार पर सांप्रदायिक तनाव भड़काने का आरोप लगाते हुए कहा कि वक्फ अधिनियम को पश्चिम बंगाल में लागू नहीं किया जाएगा ।
मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा ने पश्चिम बंगाल की राजनीति में एक नया मोड़ ला दिया है, जहां केंद्र और राज्य सरकारें एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रही हैं। प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच तीखी बयानबाजी से स्पष्ट है कि आगामी चुनावों में यह मुद्दा प्रमुख रहेगा।