भारत सरकार ने 26 मई 2025 को ‘भारत फोरकास्टिंग सिस्टम’ (BFS) लॉन्च किया है, जो दुनिया का सबसे उच्च-रिज़ॉल्यूशन वाला स्वदेशी मौसम पूर्वानुमान मॉडल है। यह प्रणाली 6 किलोमीटर के ग्रिड पर आधारित है, जिससे अब गांव और पंचायत स्तर तक सटीक मौसम की जानकारी उपलब्ध हो सकेगी।
🌦️ ‘भारत फोरकास्टिंग सिस्टम’ लॉन्च: अब गांव-पंचायत स्तर तक मिलेगा सटीक मौसम पूर्वानुमान
मुख्य विशेषताएं:
- उच्च रिज़ॉल्यूशन: BFS 6 किमी के ग्रिड पर काम करता है, जो पहले के 12 किमी मॉडल से दोगुना सटीक है।
- तेज़ प्रोसेसिंग: ‘अर्का’ सुपरकंप्यूटर की मदद से यह प्रणाली मात्र 4 घंटे में मौसम का पूर्वानुमान तैयार कर सकती है, जबकि पहले यह प्रक्रिया 10 घंटे लेती थी।
- स्थानीय पूर्वानुमान: BFS अब गांव और पंचायत स्तर तक मौसम की जानकारी प्रदान करेगा, जिससे किसानों, आपदा प्रबंधन एजेंसियों और आम जनता को अधिक लाभ होगा।
- AI और मशीन लर्निंग का उपयोग: इस प्रणाली में कृत्रिम बुद्धिमत्ता और मशीन लर्निंग तकनीकों का समावेश किया गया है, जिससे पूर्वानुमान की सटीकता और भी बढ़ेगी।
लाभ:
- कृषि, जल संसाधन प्रबंधन और आपदा जोखिम में कमी के क्षेत्रों में महत्वपूर्ण सुधार की उम्मीद है।
- मॉनसून के दौरान अत्यधिक बारिश और चक्रवात जैसी घटनाओं के पूर्वानुमान में 30% तक अधिक सटीकता।
- मौसम की जानकारी अब 4-6 घंटे में उपलब्ध होगी, जो पहले 12-14 घंटे लगते थे।
विकास और संचालन:
- BFS को पुणे स्थित भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान (IITM) ने विकसित किया है।
- इस प्रणाली में देशभर के 40 डॉपलर वेदर रडार से डेटा एकत्रित किया जाएगा, जिसे जल्द ही 100 रडार तक बढ़ाने की योजना है।
यह पहल भारत को मौसम पूर्वानुमान के क्षेत्र में वैश्विक अग्रणी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।