मुंबई |
भारत की आर्थिक राजधानी को दहला देने वाले 26/11 आतंकी हमले की गूंज आज भी देश के ज़ेहन में जिंदा है। अब इस मामले में एक बार फिर हलचल मच गई है, क्योंकि इस हमले में अहम भूमिका निभाने वाले तहव्वुर हुसैन राणा ने पूछताछ के दौरान कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं।
अमेरिका से प्रत्यर्पित होकर भारत लाया गया राणा इस समय मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच की हिरासत में है। अधिकारियों के अनुसार, राणा से लगातार पूछताछ की जा रही है, और उसने हमले की साजिश, ISI की भूमिका और डेविड हेडली के साथ अपने संबंधों के बारे में जो जानकारी दी है, वो चौंकाने वाली है।
🔍 हमले की पूर्व-योजना पाकिस्तान में बनी थी
राणा ने बताया कि 26/11 हमले की साजिश पाकिस्तान में लश्कर-ए-तैयबा के कैंपों में रची गई थी, जिसमें पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के अधिकारी भी शामिल थे। उसने यह भी स्वीकार किया कि वह भारत में आतंक की ज़मीन तैयार करने के लिए डेविड हेडली के साथ मिलकर काम कर रहा था।
🗂️ कवर कंपनी के ज़रिए भारत में घुसपैठ
पूछताछ में यह सामने आया है कि राणा ने अपनी मेडिकल ट्रैवल एजेंसी का इस्तेमाल करते हुए हेडली को भारत में भेजा था। इस एजेंसी के जरिए हेडली को ‘लीगल कवर’ मिला, जिसकी आड़ में उसने मुंबई के होटलों, रेलवे स्टेशन और यहूदी केंद्र जैसे स्थानों की रेकी की थी।
🔗 ISI से सीधे संपर्क
राणा ने यह भी खुलासा किया कि हमले से पहले पाकिस्तान में ISI अधिकारियों के साथ कई बैठकें हुई थीं, जिनमें हमले की रणनीति, टारगेट्स और फंडिंग से जुड़ी बातें तय की गईं। यह जानकारी सुरक्षा एजेंसियों के लिए बेहद अहम मानी जा रही है।
🧾 क्राइम ब्रांच को मिले अहम सुराग
मुंबई क्राइम ब्रांच का कहना है कि राणा से मिली जानकारी के आधार पर कुछ पुराने केस फाइलें दोबारा खोली जा रही हैं और नए सिरे से जांच शुरू हो गई है। सुरक्षा एजेंसियां अब उन तमाम कड़ियों को जोड़ने में जुटी हैं, जो अब तक अधूरी थीं।
📌 न्यायिक स्थिति:
तहव्वुर राणा को फिलहाल विशेष एनआईए अदालत में पेश किया गया है और उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। जांच एजेंसियां उसे पूछताछ के लिए रिमांड पर लेने की योजना बना रही हैं ताकि आतंक की बाकी परतें भी खोली जा सकें।