प्रधानमंत्री ने कहा – “हर नीति का केंद्र बिंदु रहा है देश का आम नागरिक, हमारा उद्देश्य रहा है जीवन को सरल बनाना और भारत को आत्मनिर्भर बनाना।”
नई दिल्ली, [दिनांक] –
देश की वर्तमान सरकार के 11 वर्ष पूर्ण होने पर प्रधानमंत्री ने आज राष्ट्र को संबोधित करते हुए बीते एक दशक की उपलब्धियों को साझा किया। उन्होंने कहा कि इन वर्षों में सरकार का हर कदम सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण को समर्पित रहा है। यह कालखंड न केवल ऐतिहासिक उपलब्धियों का साक्षी बना, बल्कि 140 करोड़ नागरिकों के जीवन में वास्तविक परिवर्तन लाने वाला साबित हुआ।
प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा,
“हमारी सरकार का हर कदम बीते 11 वर्षों में सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण को समर्पित रहा है। हमारी उपलब्धियां अभूतपूर्व हैं और इनका उद्देश्य सिर्फ आंकड़े बढ़ाना नहीं, बल्कि हर नागरिक के जीवन को सरल और सुरक्षित बनाना है। मुझे पूरा विश्वास है कि हम अपने प्रयासों से विकसित और आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करेंगे।”
जनजीवन में व्यापक परिवर्तन:
पिछले एक दशक में सरकार ने जिस तरह से नीतिगत स्थिरता, डिजिटल क्रांति, गरीब कल्याण योजनाएं, और आर्थिक सुधार लागू किए, वह भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में एक नई मिसाल है।
प्रमुख उपलब्धियां:
- गरीब कल्याण योजनाएं:
उज्ज्वला योजना के तहत करोड़ों महिलाओं को मुफ्त रसोई गैस कनेक्शन मिला, जनधन योजना के तहत बैंक खातों के जरिए वित्तीय समावेशन हुआ और प्रधानमंत्री आवास योजना से लाखों लोगों को घर मिले। - स्वास्थ्य सुरक्षा:
आयुष्मान भारत योजना ने 50 करोड़ से अधिक लोगों को 5 लाख रुपये तक की मुफ्त चिकित्सा सुविधा दी, जिससे गरीब तबके को राहत मिली। - डिजिटल इंडिया:
डिजिटलीकरण ने शासन को पारदर्शी, त्वरित और लोगों के अनुकूल बनाया। गांवों तक इंटरनेट पहुंच, ऑनलाइन सेवाएं और डिजिटल लेन-देन आम हो गए हैं। - आत्मनिर्भर भारत अभियान:
कोरोना महामारी के दौरान शुरू हुआ यह अभियान आज एक राष्ट्रीय आंदोलन बन चुका है, जिससे देश में मेक इन इंडिया को बल मिला और लोकल को ग्लोबल पहचान मिली। - कृषि, रक्षा और बुनियादी ढांचा:
किसानों की आय बढ़ाने के लिए MSP में वृद्धि, PM किसान योजना और सिंचाई परियोजनाओं का विस्तार हुआ। साथ ही, हाईवे, रेलवे, एयरपोर्ट और बंदरगाहों जैसे क्षेत्रों में रिकॉर्ड विकास हुआ।
विकसित भारत का संकल्प:
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन के अंत में कहा कि,
“हमारा लक्ष्य केवल अगले चुनाव की नहीं, अगले दशक की तैयारी करना है। यह दशक भारत का होगा – आत्मनिर्भर, सशक्त, समृद्ध और दुनिया को दिशा देने वाला। हम सब मिलकर ‘विकसित भारत@2047’ का संकल्प पूरा करेंगे।”